Bir Billing Death, कुत्ते ने कैसे निभाई वफ़ादारी, मालिक के मरने के बाद भी 2 दिन करता रहा रखवाली.
Bir Billing Death : कुत्ते की वफ़ादारी के किस्से तो हमेशा से सुनते आए हैं, लेकिन बिल बिलिंग दुर्घटना में ये फिर से सच हो गया है। 2 व्यक्ति जिन में से एक पंजाब के पठानकोट से 30 वर्षीय अभिनंदन गुप्ता और पुणे से 26 वर्षीय प्रणिता वाला ट्रैकिंग से आते हुए किसी हादसे के शिकार हो गए और मारे गए. पुलिस ने बताया कि इन 2 लोगो के साथ एक पालतू कुत्ता भी था जो कि लगभग 2 दिन से इनकी बॉडी के पास ही भोक्ता रहा जब तक बचाव टीम वहां नहीं पहुंच पाई।
कैसे घटी घटना ?
Bir Billing Death : बीर बिलिंग, ट्रैकिंग और पैराग्लाइडिंग के लिए एक बहुत प्रसिद्ध पहाड़ी क्षेत्र है । ये समुद्र तल से लगभाग 5000 फीट की ऊंचाई पर हिमाचल के कांगड़ा जिले में पड़ता है। इस हादसे को लेकर पुलिस ने बताया कि कुल 4 लोग एक कार में ऊपर जा रहे थे लेकिन रास्ता न मिल पाने की वजह से कार को छोड़ दिया और पैडल ही चल पड़े। कुछ देर बाद मौसम के खराब होने की वजह से 2 लोग बाकी लोगो की मदद से वापस आ गए लेकिन लोगो ने बताया कि गुप्ता और प्रणिता अपने कुत्ते के साथ आगे चले गए। पुलिस ने बताया कि काफी समय के बाद जब दोनों वापस नहीं आए तो समूह के दूसरे 2 लोगो ने पुलिस को शिकायत की और एक सर्च टीम भेज दी गई. पुलिस ने बताया कि गुप्ता पिछले 4 सालो से इस क्षेत्र में ट्रैकिंग और पैराग्लाइडिंग की गतिविधियां करते हैं.
Bir Billing Death : सर्च टीम के एक सदस्य ने बताया कि इनकी बॉडी पैराग्लाइडिंग की उड़ान भरने वाली जगह से लगभग 3 किमी पहले मिली थी. सदस्य ने बताया कि यह एक ढलान वाला इलाका है और बर्फबारी के दौरान बहुत फिसलन भरा हो जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि वे फिसल कर गिर गये। वे एक बार तो उठने में कामयाब रहे, लेकिन फिर फिसल गए. सदस्य ने बताया कि, उनका कुत्ता जर्मन शेफर्ड शवों के पास भौंकता रहा और चिल्लाता रहा।
पुलिस ने दी चेतावनी
Bir Billing Death: पुलिस के हिसाब से ये हादसा ऊपर से गिरने की वजह से हुआ लगता है लेकिन फाइनल रिपोर्ट जांच के बाद ही आएगी। घटना के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बहादुर ने कहा की “कांगड़ा जिले में भारी बर्फबारी हो रही है और मौसम तेजी से बदल रहा है। इसलिए बाहर निकलने वाले किसी भी पर्यटक को स्थानीय निवासी या एक गाइड के साथ जाना चाहिए जिसे इस क्षेत्र के बारे में जानकारी हो। ट्रैक बर्फ से ढके हुए हैं और पर्यटकों के लिए यह संभव नहीं है मार्ग का पता लगाओ।” उन्होंने कहा कि क्षेत्र में खराब कनेक्टिविटी के कारण फोन किसी काम के नहीं हैं। उन्होंने कहा, “बाहर जाने से बचें, मौसम खराब है।”
क्यों कहा जाता है बीर बिलिंग ?
बीर उत्तरी भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य में जोगिंदर नगर घाटी के पश्चिम में स्थित एक गाँव है। ज्यादातर इसे “भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी” के रूप में जाना जाता है, बीर पारिस्थितिक पर्यटन, आध्यात्मिक अध्ययन और ध्यान के लिए भी एक प्रसिद्ध केंद्र है। बीर कई बौद्ध मठों और एक बड़े स्तूप के साथ एक तिब्बती शरणार्थी बस्ती का भी घर है। जबकि बिलिंग पैराग्लाइडिंग के लिए टेकऑफ़ साइट है और बीर गांव लैंडिंग के लिए है; सामूहिक रूप से इसे “बीर बिलिंग” कहा जाता है।
बीर की यात्रा के लिए दो मौसमी समय हैं – मार्च से मई तक और सितंबर के अंत से नवंबर तक।
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